कामना-तरु - मुंशी प्रेमचंद by Munshi Premchand audiobook

कामना-तरु - मुंशी प्रेमचंद: Kamna Taru- Munshi Premchand

By Munshi Premchand
Read by Munshi Premchand

LOTUS PUBLICATION
0.56 Hours Unabridged
Format : Digital Download (In Stock)
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    ISBN: 9781669694816

कामना-तरु - मुंशी प्रेमचंद | Kamna Taru- Munshi Premchand एक राजकुमार के एक मामूली सी लड़की के प्रेम और फिर बिछोह की अमर कहानी जो मरने के उपरांत भी कैसे जीवित रहा। कलम के जादूगर मुंशी प्रेमचंद कलम के जादूगर प्रेमचंद की कहानियाँ आज भी बड़े ही ध्यान और सम्मान के साथ सुनी जाती हैं। आज हम लेकर आए हैं प्रेमचंद की वो कहानियाँ जो उनके कथा संकलन ‘मान सरोवर’ से ली गई हैं। प्रेमचंद की कहानियाँ अपने समय की हस्ताक्षर हैं जिनमें आप तब के परिवेश और समाज को भी बखूबी समझ सकते हैं। यूं तो मुंशी जी ने अपनी कहानियाँ हिंदी में ही लिखी हैं फिर भी हमारा ये प्रयास है की उनकी कहानियाँ ज़्यादा से ज़्यादा लोगों तक पहुंचे और इसलिए हमने उन्हें थोड़ी और सरल भाषा में प्रस्तुत किया है। इन कहानियों को ख़ास आपके लिए तैयार किया है। तो आइए सुनते हैं प्रेमचंद की विश्व प्रसिद्ध कहानियाँ!

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कामना-तरु - मुंशी प्रेमचंद | Kamna Taru- Munshi Premchand

एक राजकुमार के एक मामूली सी लड़की के प्रेम और फिर बिछोह की अमर कहानी जो मरने के उपरांत भी कैसे जीवित रहा।

कलम के जादूगर मुंशी प्रेमचंद

कलम के जादूगर प्रेमचंद की कहानियाँ आज भी बड़े ही ध्यान और सम्मान के साथ सुनी जाती हैं। आज हम लेकर आए हैं प्रेमचंद की वो कहानियाँ जो उनके कथा संकलन ‘मान सरोवर’ से ली गई हैं। प्रेमचंद की कहानियाँ अपने समय की हस्ताक्षर हैं जिनमें आप तब के परिवेश और समाज को भी बखूबी समझ सकते हैं। यूं तो मुंशी जी ने अपनी कहानियाँ हिंदी में ही लिखी हैं फिर भी हमारा ये प्रयास है की उनकी कहानियाँ ज़्यादा से ज़्यादा लोगों तक पहुंचे और इसलिए हमने उन्हें थोड़ी और सरल भाषा में प्रस्तुत किया है। इन कहानियों को ख़ास आपके लिए तैयार किया है। तो आइए सुनते हैं प्रेमचंद की विश्व प्रसिद्ध कहानियाँ!

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Author Bio: Munshi Premchand

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Available Formats : Digital Download
Category: Fiction
Runtime: 0.56
Audience: Adult
Language: English