पाप का अग्निकुंड मुंशी प्रेम चंद


Unabridged

Sale price $5.00 Regular price$9.99
Save 50.0%
Quantity:
window.theme = window.theme || {}; window.theme.preorder_products_on_page = window.theme.preorder_products_on_page || [];

Paap Ka Agnikund Munshi Premchand | पाप का अग्निकुंड मुंशी प्रेम चंद

प्रेमचंद की इस चर्चित कहानी ‘पाप का अग्निकुंड’ में हम सुनेंगे कि जब राजकुमारी ने पाया कि एक लड़की के पिता का वध करने वाला स्वयं उसका पति था तब उसने कैसे अपने धर्म का निर्वाह किया।

कलम के जादूगर मुंशी प्रेमचंद

कलम के जादूगर प्रेमचंद की कहानियाँ आज भी बड़े ही ध्यान और सम्मान के साथ सुनी जाती हैं। आज हम लेकर आए हैं प्रेमचंद की वो कहानियाँ जो उनके कथा संकलन ‘मान सरोवर’ से ली गई हैं। प्रेमचंद की कहानियाँ अपने समय की हस्ताक्षर हैं जिनमें आप तब के परिवेश और समाज को भी बखूबी समझ सकते हैं। यूं तो मुंशी जी ने अपनी कहानियाँ हिंदी में ही लिखी हैं फिर भी हमारा ये प्रयास है की उनकी कहानियाँ ज़्यादा से ज़्यादा लोगों तक पहुंचे और इसलिए हमने उन्हें थोड़ी और सरल भाषा में प्रस्तुत किया है। इन कहानियों को ख़ास आपके लिए तैयार किया है। तो आइए सुनते हैं प्रेमचंद की विश्व प्रसिद्ध कहानियाँ!