
EK THA RAKSHAK
ये कहानी है गरीब और छोटे जाति में जन्म लेने वाले ध्रुवा की जिसने बचपन में ही अपने मां को बचाने के लिए महाराज विरेंद्र को वचन दे कर चंद्रपुर साम्राज्य का रक्षक बन गया और बड़ा हो कर उस साम्राज्य की रक्षा करने लगा उन सभी ताकतों से जो उस साम्राज्य को नष्ट करने आते थे, सभी के आगे वो एक साधारण लड़का ध्रुवा बन कर रहता पर जब भी कोई शत्रु उसके साम्राज्य के उपर बुरी नजर से देखता वो ध्रुवा, महाकाल बन कर उन सभी का सर्वनाश कर देता है। आपने एक राजा या फिर एक राजकुमार की कहानी जरुर सुनी होगी पर ये कहानी एक रक्षक के बारे में है जो की अपने कर्त्तव्य के लिए कुछ भी कर जाता है पर कहानी का एक हिस्सा सब से पेचीदा है क्योंकि अतीत के इस रक्षक का संबंध भविष्य के उस महा प्रलय से है जो की बहुत जल्द इस दुनिया को खतम कर देगा, पर उस से जितने का केवल एक ही रास्ता है और वो है इस रक्षक के बारे में जानना। आखिर कौनसा ऐसा संबंध है अतीत के उस रक्षक का भविष्य से जिसका जानना बहुत जरूरी है ? इन सभी सवालों के जवाब जानने के लिए सुनिए रक्षक यूनिवर्स की पहली कहानी, "एक था रक्षक"
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