
फकीरा
जिंदगी की कहानी ऊपर वाला गढ़ता है, वही है सबसे बड़ा कहानीकार। लोगों का आना जाना पहले से ही तय होता है। कभी-कभी किसी एक के आने से जिंदगी बहुत खूबसूरत हो जाती है। शिवन की जिंदगी में कुसुम का आना भी कुछ ऐसा ही था। पर जिंदगी हमेशा हमारे मुताबिक नहीं चलती। यह कहानी शिवन की है, जो कुसुम से बेइंतहा मोहब्बत करता है। अक्सर लोग जुदाई में टूट जाते हैं पर सच्ची मोहब्बत को जिस्म की जरुरत नहीं पड़ती। शिवन का प्रेम कुसुम के प्रति पवित्र है। ‘फकीरा’ प्रेम, संघर्ष और रिश्तों की कहानी है। कभी-कभी इंसान किसी के प्रेम में इतना उलझ जाता है कि उसे वो लोग नहीं दिखाई देते जो उससे बेहद प्यार करते हैं। ‘शिवन’ से ‘फकीरा’ बनने की कहानी है - “फकीरा”। यह कहानी प्यार के सुख से शुरु होकर जुदाई के दुःख तक तो पहुँचती है पर क्या वाकई इस दुःख से शिवन उर्फ फकीरा टूट जाता है? जरुर पढ़िए “फकीरा”... about the author पेशे से शिक्षक और शौक से लेखक अजीश नायर पश्चिम बंगाल के खड़गपुर के रहने वाले हैं। अजीश मानते हैं कि हर इंसान के पास कहानी है क्योंकि जिंदगी के इस सफर में हम कई कहानियों से रूबरू होते हैं। 2017 में इन्होंने अपना पहला अंग्रेजी उपन्यास “थ्री अस्पेक्ट्स” लिखा था जिसे बेहद पसंद किया गया था। अजीश अधिकतर कविताएँ ही लिखते हैं और यह इनका पहला हिंदी उपन्यास है। वैसे तो अजीश अंग्रेजी पढ़ाते हैं पर हिंदी के प्रति इनकी रुचि कम नहीं है। अजीश एक हँसमुख और मिलनसार इंसान हैं। दूसरों की खुशी की वजह बनना इन्हें बेहद पसंद है।.
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